#522

Bhajan Marg
29 Views · 7 months ago

#522 एकांतिक वार्तालाप / 16-04-2024/ Ekantik Vartalaap / Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj - आपने सपने में हँसकर बोला "अब तो तू गया" इसका मतलब बताएं !04:31 - जिस रसोई में माँस आदि बना है और अब पवित्र करना चाहते हैं तो क्या करें ?07:40 - यह जानते हुए भी कि गुरुदेव सच्चिदानंद तत्व हैं, आपको खोने का डर बना रहता है !12:35 - "महापुरुषों के संग व आश्रय से एक उमगन होती है और उसे संभाला ना गया तो गिरा देती है" इसका अर्थ समझाने की कृपा करें !17:46 - काम, क्रोध, लोभ व चिन्ता आदि आपको समर्पित करते ही उसका नाश हो जाता है, क्या मैं कोई पाप तो नही कर रहा ?19:18 - साधना में आसन का क्या महत्व है ?26:03 -क्या गृहस्थी में बिना विवाह किए माँ-बाप की सेवा करते हुए भगवत्प्राप्ति की जा सकती है? या निवृत्ति मार्ग अपनाना पडेगा ?29:43 - जब इस बच्चे ने पूछा कि महाराज जी आपका स्वास्थ कैसा है !34:39 - अब तक गलत रास्ते पर थे बाहर निकलने का रास्ता बतायें !Bhajan Marg by Param Pujya Vrindavan Rasik Sant Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj, Shri Hit Radha Keli Kunj, Varah Ghat, Vrindavan Dham premanand maharajpremanand maharaj bhajanpremanand maharaj satsangpremanand maharaj vrindavanpremanand ji maharajpremanand ji maharaj bhajanpremanand ji maharaj satsangpremanand ji maharaj vrindavanpremanand ji maharaj ka satsangpremanand ji maharaj ke pravachanpremanand ji maharaj radha naam kirtanbhajan marg motivationpremanand ji maharaj pravachanekantik vartalaapekantik vartalap premanand ji