आज के सत्संग का सार ( भाग - 26 ) // 07-04-23
0
0
8 مناظر·
02/01/24
1. प्रभु हृदय में विराजमान होने पर भी हम दुखी क्यों है ?2. प्रभु का प्रेत्यक विधान में परम प्रसन्न होना 3. कृपा का स्वरूप 4. केवल प्रभु से ही अपना संबंध रखना 5. विरक्त साधक और गृहस्थ साधक कैसे संबंध बनाये प्रभु से ?6. शरणागति के रहस्य जानने वाले भगवत् प्रेमी महापुरुषों का संग करना 7. संतों की पहचान 8. संतों के आंतरिक रहस्य को हम अपनी बुद्धि से नहीं समझ सकते#shrihitradhakripa #bhajanmarg #vrindavanrasmahima#gurukripakevalam #premanandgovindsharajimaharaj #premanand_ji_maharaj#premanandjimaharaj#satsang #vrindavan#premanandbaba
مزید دکھائیں
0 تبصرے
sort ترتیب دیں