आज के सत्संग का सार ( भाग - 37) //18-04-23
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02/01/24
1. मनुष्य जन्म की दुर्लभता एवं संसार की असारता 2. भगवत्मार्ग में अहंकार ही सबसे बड़ा विष है इसका नाश आवश्यक है 3. इस अहंकार के विष को कैसे नाश करें 4. कृपा का अवहेलना न करें 5. बिना प्रयास के निरंतर भजन कब होगा 6. अमृतपद प्राप्त करने के आवश्यक सूत्र
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