Ekantik Vartalaap & Darshan 651 By Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj 29-08-2024
00:00 - जप करता हूं तो जम्हाई और नींद आती है, क्या करूं ?02:00 - क्या प्रिया-प्रियतम में से हमें सिर्फ प्रियाजू के अनन्य होना है ?08:12 - हम वृंदावन आ गए क्या अब हमारा उद्धार हो जाएगा ?14:01 - किसी को दुख में देखकर नाम जप देने की सोचता हूं तो लगता है कि इस पर तो आपका अधिकार है !16:53 - क्या भगवत् दर्शन और आत्म-साक्षात्कार एक ही है ?23:29 - हित चौरासी जी वैसे समझ में नहीं आती जैसे श्री रामचरितमानस आती है !26:08 - पूजा और कीर्तन करता हूं तो मन में गलत-गलत बातें आती हैं ?29:01 - जो गति मृत्यु के समय रज और चरणामृत के सेवन से होती है, क्या अगर मृत्यु-पर्यंत भी इसका सेवन करें तो वही गति होगी ?31:14 - प्रभु मिलन की व्याकुलता कैसे प्राप्त हो ?38:43 - मैं अपने मन की सुनूँ या बुद्धि की ? 46:03 - पूज्य सीतारामदास ओमकारनाथ जी महाराज की चरण पादुका दर्शन, गुरु महिमा व हरे कृष्ण महामंत्र कीर्तन !Bhajan Marg by Param Pujya Vrindavan Rasik Sant Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj, Shri Hit Radha Keli Kunj, Varah Ghat, Vrindavan Dhampremanand maharajpremanand maharaj bhajanpremanand maharaj satsangpremanand maharaj vrindavanpremanand ji maharajpremanand ji maharaj bhajanpremanand ji maharaj satsangpremanand ji maharaj vrindavanpremanand ji maharaj ka satsangpremanand ji maharaj ke pravachanpremanand ji maharaj radha naam kirtanbhajan marg motivationpremanand ji maharaj pravachanekantik vartalaapekantik vartalap premanand ji
source:- https://youtu.be/UOaUvCkzdcM?feature=shared