एकांतिक वार्तालाप 133 Ekantik Vartalaap/ Bhajan Marg 23-03-2023/
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01/29/24
00:00 - कोई भी काम पूरा नहीं कर पाता बीच मे ही छूट जाता है, क्या करूँ ?04:24 - आनंद और सुख मे क्या अंतर है ?07:22 - धाम वास करने की सोचते ही मन डराने लगता है, क्या करूँ ?09:22 - भक्ति मार्ग मे चलते हुए भगवत कथा करना चाहती हूँ, मार्गदर्शन करें । 17:39 - श्रीजी के नाम का Sticker व छवि बाँटने की सेवा करता हूँ, क्या इससे नाम अपराध हो सकता है ?19:46 - मन मे बहुत गंदे विचार आते है, अगर क्रिया न हुई तो अपराध तो नहीं लगेगा ?21:30 - भगवान कब हमारी रक्षा एवं आवश्यकता स्वयं पूरी करते है ?Bhajan Marg by Param Pujya Vrindavan Rasik Sant Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj, Shri Hit Radha Keli Kunj, Varah Ghat, Vrindavan Dham #bhajanmarg
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