एकांतिक वार्तालाप 168 Ekantik Vartalaap/ Bhajan Marg 27-04-2023/
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01/29/24
00:00 - कर्म और भाग्य का जीवन मे क्या ROLE है ?02:18 - मेरा मन बहुत नीच और अधम है, इंसान क्या यह भगवन को भी नहीं छोड़ता कैसे बचूँ ?07:46 - वृंदावन छूटने के डर से भगवत कथा करने बाहर नहीं जा पाता, मार्गदर्शन करें । 09:21 - लोग मुझसे गुरु दीक्षा देने के लिए कहते हैं क्या करूँ ?11:58 - 12 वर्ष से ध्यान मार्ग मे जूड़ी हूँ अब वृंदावन और राधा नाम से प्रीति होने लगी है, गुरु अपराध का बोध होता क्या करूँ ?Bhajan Marg by Param Pujya Vrindavan Rasik Sant Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj, Shri Hit Radha Keli Kunj, Varah Ghat, Vrindavan Dham #bhajanmarg
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