एकांतिक वार्तालाप 178 Ekantik Vartalaap/ Bhajan Marg 07-05-2023/
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01/29/24
00:00 - प्रतिकूलता प्रारब्ध वस आती है या परीक्षा रूप मे ?06:43 - अशुद्ध अवस्था मे क्या श्रीजी को दूर से दृष्टि भोग लगा सकते हैं ?07:10 - क्या 11 माला का नियम counter से भी कर सकते हैं ?09:12 - मेरा मन राधा-कृष्ण मे ही लगता है, पर पत्नी घर के मंदिर मे सभी भगवानों की पूजा करती है, मन मे असहजता होती है, क्या करूँ ?13:16 - नाम जप करते समय जब मन प्रभु से भागने लगे तो क्या करना चाहिए ?Bhajan Marg by Param Pujya Vrindavan Rasik Sant Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj, Shri Hit Radha Keli Kunj, Varah Ghat, Vrindavan Dham #bhajanmarg
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