#42/एकांतिक वार्तालाप/ 14-12-22/ Ekantik Vartalaap/ Bhajan Marg
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01/26/24
00:00 - गुरुदेव मै आपके जैसे उदासीन और निर्विकार कैसे बनूं?03:19 - मै गृहस्थाश्रम में हूं और ब्रह्मचर्य से रहना चाहता हूं, मार्गदर्शन कीजिए।05:41 - किसी भी नियम का पालन सदैव कैसे हो?09:37 - हमारी भक्ति कैसे आगे बढ़े?10:39 - गुरुदेव के शरीर त्याग के बाद मेरा मार्ग आगे बढ़ेगा? मार्गदर्शन कीजिए।11:40- परिवार में रहकर, परिवार से राग खत्म कैसे करें?14:56 - क्या हम अपनी परेशानियों का हल प्रिया - प्रियतम से मांग सकते हैं?16:53 - घर के मंदिर में जुगल जोड़ी विराजमान है तो क्या नाम सेवा भी विराजमान करना चाहिए?Bhajan Marg by Param Pujya Vrindavan Rasik Sant Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj, Shri Hit Radha Keli Kunj, Varah Ghat, Vrindavan Dham #bhajanmarg
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